

साधना समाधि के उद्देश्य को समर्पित इस संस्था के अंतर्गत निर्मित एवं संचालित निम्न विभाग है –
1. श्री विहरमान सीमंधर जिन-वसदि 2. श्री ब्रह्मचर्य वसदी 3. त्यागी विद्यालय 4. श्री श्रमणोपासक वसदि 5. श्री जैन-पथिक समाधि वसदिइस संकुल के मध्य में “श्री विहरमान सीमंधर जिन-वसदि (जिनमन्दिर)” है, जो कि पूर्णतः अहिंसक पद्धति को लक्ष्य में लेकर बनाया गया है । यह जिनमन्दिर न्यूनतम बिजली के, बिना अधिक बाह्य आकर्षण के, शुद्ध तेरहपंथ आम्नाय सहित, केवल आत्म साधना हेतु निर्मित है । इस मंदिर का प्रत्येक कार्य यहाँ के ही साधक एवं साधर्मी भाई-बहन करेंगे ।
1. मोक्षमार्ग के साधक त्यागी-व्रती एवं ब्रह्मचारी भाई-बहनों के लिए “ब्रह्मचर्य वसदि” निर्मित है ।
2. यहाँ साधक जीव आत्म साधना एवं षट्आवश्यक-अणुव्रतों में नियमित रहकर, परस्पर में सेवा-वैयावृत्ति-समाधि में संलग्न होकर आराधनामय जीवन यापन कर सकेंगे ।
3. यहाँ साधना प्रमाण आवश्यक सामग्री का संग्रह एवं प्रयोग किया जा सकेगा ।
4. यहाँ प्रयोगात्मक रूप स्वाध्याय-कार्य शाला आदिक होंगी जिससे आत्म-साधना की सही समझ विकसित हो सकेगी ।
5. यहाँ साधना के अनुकूल षट्आवश्यकों के साथ-साथ परस्पर में सेवा और वात्सल्य का वातावरण होगा, सभी भाई आपस में एक परिवार की तरह प्रसन्नता पूर्वक रहेंगे; अपने साथियों की निर्पेक्ष सेवा, स्थितिकरण, उपगूहन से लेकर वात्सल्यमयी समाधि तक की सारी व्यवस्था हम स्वयं करेंगे व कराएँगे ।
यहाँ ब्रहमचर्य की साधना करने हेतु “त्यागी विद्यालय” संचालित किया जायेगा । यहाँ उन्हें व्यवस्थित पञ्चवर्षीय पाठ्यक्रम के द्वारा जिनधर्म का प्रयोगात्मक अध्ययन और चारों अनुयोगों से सम्मत मोक्षमार्ग की साधना सिखाई जाएगी । इसमें नामांकन हेतु निम्न Form भरें ।
व्यापार एवं व्यवहार से निवृत्त, साधना हेतु गृहस्थों के लिए “श्रमणोपासक वसदि” अर्थात् फ्लैट्स का निर्माण हो रहा है, जहाँ साधर्मी बंधु अनंत सिद्धों की छत्र-छाया में रहकर, स्वावलंबी चर्या रखते हुए, परसपर में वात्सल्य भाव से सेवा तथा समाधि-साधना में सहयोग करेंगे । यहाँ 1 bhk फ्लैट उपलब्ध हैं । इनकी राशि एवं अन्य समस्त जानकारी आपको सबसे नीचे दिए गये संपर्क सूत्र से मिल जाएगी ।
यहाँ की कुछ नियमावली है जिसका सभी के द्वारा पालन होना अनिवार्य है :
- यहाँ फ्लैट क्रय-विक्रय (लेन-देन) या निवेश (इन्वेस्टमेंट) के लिए नहीं है ।
- यहाँ केवल आवश्यकतानुसार योग्य/उपयोगी सामग्रियों का ही संग्रह किया जा सकेगा ।
- यहाँ किसी भी फ्लैट पर नाम (मालिक एवं दान दातार के) अंकित नहीं किये जायेंगे ।
- यहाँ लिए गये फ्लैट के परिवार को न्यूनतम चार माह यहाँ रहकर आराधना करना आवश्यक है । शेष समय वह फ्लैट बंद नहीं रहकर अन्य साधार्मियों के लिए खुला रहेगा ।
- यहाँ रहने वाले प्रत्येक साधर्मी को यहाँ की नियमित दिनचर्या/षट्आवश्यकों का पालन करना आवश्यक है ।
- आपसी प्रेम-वात्सल्य एवं सेवा-भावना पूर्वक यहाँ रहने वाले प्रत्येक साधर्मी को अपना जानकर उनकी साधना में सहयोग करना; साथ ही जिनमन्दिर-जिनवाणी की वैयावृत्ति करना यह यह हमारा परम सौभाग्य है- ऐसा समझकर करेंगें ।
1. यहाँ पर समाधि हेतु योग्य निर्यापक बनने का प्रशिक्षण दिया जायेगा, साथ ही वृद्ध समाधिस्थ जनों की वात्सल्यमयी समाधि कराइ जाएगी ।
2. इसी वसदि में साधकों की अहिंसक एवं आगम सम्मत योग्य विधि के आधार से आरोग्य व्यवस्था की जायेगी, जिसका नाम “जैन-पथिक” (जैनोपैथी) है । भविष्य में इस विषय में अध्ययन एवं शोध के लिए “श्री जैन-पथिक (जैनोपैथी) अध्ययन एवं चिकित्सा केंद्र” की स्थापना होगी ।
1. यहाँ किसी भी तरह के दान की याचना नहीं की जाती है । यदि आप यहाँ कुछ सहयोग करना चाहते हैं तो आप स्वयं ही यहाँ आवश्यकतानुसार उपयोगी (वस्त्र, अन्न, साहित्य प्रकाशन, ज्ञान दान आदि) सामग्री को सदुपयोग कर सकते हैं ।
2. यह पूरा साधना केंद्र रेडिएशन मुक्त स्थल (Radiation free zone) है, अर्थात्
यहाँ खुले परिसर में किसी भी रूप में मोबाइल, लैपटॉप आदि डिजिटल उपकरणों का प्रयोग सभी (श्रावक एवं साधक) के लिए सर्वथा वर्जित है ।
3. सभी के द्वारा शील की मर्यादाओं का दृढ़ता से पालन किया जाना अनिवार्य है ।
4. इस संकुल में किसी भी तरह का अभक्ष्य एवं रात्रि भोजन, व्यसन आदि का पुर्णतः निषेध है ।

A/C Name: Shri KundKund Sadhna Vasadi Trust A/C No.: 1017728594 IFSC Code: IDFB0021412 BANK: IDFC FIRST BANK BRANCH: RDC, Raj Nagar, Ghaziabad
- परम शिरोमणी संरक्षक = ₹11 लाख
- शिरोमणि संरक्षक = ₹6 लाख
- परम संरक्षक = ₹4 लाख
- संरक्षक = ₹2.5 लाख
- सदस्य = ₹1 लाख
आ. श्री कुन्दकुन्द साधना वसदि का प्रस्तावित नक्शा

ब्रह्मचर्य वसदि का प्रस्तावित नक्शा

1 BHK फ्लैट का नक्शा

निर्मार्णाधीन सीमंधर वसदि के कुछ चित्र






यदि आपके पास अपने व्यापार या घर में कोई भी अतिरिक्त सामग्री हो, जिसका सदुपयोग यहाँ के बच्चे कर सकते हों, जैसे - पुरानी साइकिल, मोबाइल, कपड़े, पेन-कॉपी, स्कूल बैग इत्यादि तथा ब्रह्मचर्य वसदि के योग्य सामग्री जैसे - बर्तन आदि वह आप भेंट कर सकते हैं । से संपर्क करके शिखरजी के पते पर भिजवा सकते हैं, या आप इस Form को भरकर अपनी स्वीकृति प्रदान कर सकते हैं ।


